गुरुवार, 17 मई 2007
भारत का पहला हिंदी पुलिस ब्लोग
यदि हम आपसे पूछे कि बोस्टन मेट्रोपोलिटन पुलिस, कर्नाटक के उदुपी और चित्रदुर्गा जिला पुलिस और जाने-माने लोस एंजेलेस पुलिस विभाग में क्या समानता है तो आप शायद सिर खुजलाने को मजबूर हो जाये. एक दुसरे से लाखो मील दूर अलग-अलग कानूनों के तहत काम करने वाले ये पुलिस विभागो को एक-सूत्र में ये बात पिरोती है कि इन सभी ने जनता और पुलिस के बीच कि खायी को पाटने के लिए सुचना टेक्नोलॉजी का सूझ-बूझ भरा उपयोग किया है। अधिक जानकारी के लिए www.barmerpolice.blogspot.com देखें।
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8 टिप्पणियां:
कमाल का चिट्ठा है. हर 24 घंटे की खबर देता है.
आपके ब्लॉग के साइड बार मे आपने नारद का लिंक नही दिया है, उसे प्रदान करें। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए यहाँ देखें।
ब्लॉग का यह नया प्रयोग तो वाकई नायाब है. क्या कोई पुलिस थाना एफआईआर ब्लॉग भी बनाएगा?
बहुत खूब
सही है और नया भी…।
ह्म्म, रोचक चिट्ठा!!
एस पी जवान है. अभी जोश है. कुछ कंट्रोवर्शियल नही है चिठ्ठे में. पर ये जोश ज्यादा दिन चलेगा - मुझे डाउट है.
अपनी "रेलगाडी" मे लिखने के पहले मुझे विभागीय कंडक्ट रूल्स का स्मरण करना पड़ता है.
aadrniya pathakganon,
kripya lagatar sampark men rahiyega. Hum aapki uummidon par khara utarne ka bharshak prayas karenge.
Barmer Police.
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