मंगलवार, 22 मई 2007

श्री मोटरसाईकिल जी का मंदिर


अजूबों की भरमार है जी यहाँ पर क्या भूलें क्या याद करें हम। पिछले दिनों जाना हुआ राजस्थान में जोधपुर से पाली शहर कि तरफ तो नेशनल हाईवे के किनारे पाली से लगभग २० किलोमीटर पहले एक अलग ही तरह का मंदिर देख कर थोडा चौंक गए।

मंदिर दरअसल है एक इंफील्ड मोटरसाईकिल का। बाकायदा ॐ बन्ना का मंदिर एक चबूतरे के साथ स्थापित कि गयी एक पुरानी बुल्लेट मोटरसाईकिल के साथ आपका ध्यान आकर्षित करता है।


आस पास बात करने पर पता चला कि कई वर्ष पहले इस हाईवे पर एक दुर्घटना में ॐ सिंह नाम के एक मोटरसाईकिल सवार की मृत्यु हो गयी। पुलिस ने सामान्य दुर्घटना की तरह मामला दर्ज़ कर तफ्तीश शुरू कर दी। मोटरसाईकिल को ज़ब्त कर पुलिस स्टेशन पर रखवा दिया।


मामले ने रहस्मय मोड़ तब लिया जब हर तरह की कोशिशो के बाद भी इस मोटरसाईकिल को लोकल पुलिस स्टेशन पर नही रखा जा सका। मंदिर पर मोटरसाईकिल पर पुष्प-माला अर्पित कर रहे कई ट्रक चालकों में से एक से बात करने पर पता चला कि बार-बार लाक लगा कर रखने पर भी इस मोटरसाईकिल को बिना ड्राइवर के हाईवे पर पहूंच जाने के बाद गाव वालों ने तय किया कि मोटरसाईकिल को दुर्घटना स्थल पर ही रहने दिया जाये और आज लगभग १४ वर्षों से आस्था के चलते हाईवे पर आने-जाने वाले ज्यादातर वाहन यहाँ पर रुकते है और पूजा पाठ कर आर्शीवाद लेते है।


है ना रोचक...नही है तो भी मान भी जाइए. ...और समय मिले तो इस मंदिर के दर्शन का चले आइये।

3 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

ह्म्म्म, सब अजूबा ही है. कभी गये तो दर्शन भी हो ही जायेंगे.

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

बहुत अजीब बात है\अगर सच है तो जो लोग अदृश्य शक्तियों को नही मानते उन के लिए खुला चेंलेंज है यह तो \

ePandit ने कहा…

Hmm Interesting!